बरसात में आपको अपनी त्वचा की देखभाल इस प्रकार करनी चाहिए
May 28, 2017 | by ashish963@gmail.com
क्या आप बरसातों की प्रतीक्षा कर रहे हैं ताकि आप अपने मनपसंद पकोड़े खा सकें, प्याला भरकर गर्मागरम चाय या कॉफ़ी पी सकें, और उमड़ते बादलों से बनते नज़ारे का लुफ्त ले सकें? तो यह भी सोच लें कि इस समय आपकी त्वचा में कैसे झल्लाहट, चिपचिपाहट और मुंहासे होंगे…. जी हाँ, इस मौसम में हवा में बढ़ती नमी और लगातार गीलेपन के कारण आपकी त्वचा किसी भी प्रकार की होने के बावजूद संवेदनशील बन जाती है।
रोकथाम उपचार से बेहतर है – आपकी त्वचा के अनुसार महीने में एक या दो बार चेहरे से चिकनाई हटाने का अच्छा इलाज लेना एक बढ़िया उपाय है। वातावरण में नमी कीटाणुओं को उगने और बढ़ने के लिए अनुकूल है, जिससे चेहरे पर मुंहासे आने की संभावना बढ़ जाती है। ये चिकनाई हानिकारक होती है, न कि त्वचा को मुलायम व नम रखने वाले तेल। अतः इनसे दूर रहना ही अच्छा है। हर दो-तीन घंटों में अपने चहरे को चिकनाई हटानेवाले फेस वॉश से धोएं और उसके बाद जैल या पानी पर आधारित नमी प्रदायक क्रीम लगाएं जो चेहरे को तेल से दूर रखते हुए चमकरहित सज्जा दे। चेहरे की अतिरिक्त चिकनाई को हटाने के लिए आप तेलरहित साबुन और शोधनकर्ता का भी प्रयोग कर सकते हैं। ध्यान रहे कि आप चेहरे को अधिक समय तक शुष्क न रखें। अपने साथ एक हल्का नमी प्रदायक क्रीम हमेशा रखें ताकि आपकी त्वचा अत्यधिक सूखने से पहले ही उसकी पुनः पूर्ति कर सकें।
त्वचा की रंगत बढ़ाना भी त्वचा की दिनचर्या का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। शोधन क्रिया के पश्चात चहरे की रंगत बढ़ाने के लिए मद्यरहित टोनर का प्रयोग करें। टोनर आपके रोमकूप को मुक्त करने तथा आपकी त्वचा के प्राकृतिक तेल उत्पादक कोशिकाओं के लिए सहायक होगा जिससे वह कोमल और मुलायम रहे।
नम मौसम के चलते, आपको अपनी त्वचा की देखभाल करते हुए रूसी को भी दूर रखना चाहिए। अगर आपको रूसी है तो एक रूसी हटाने का सौम्य शैम्पू इस्तेमाल करें। अपने केशों को चेहरे से दूर रखकर यह रीति अपनाएं। यदि आपकी रूसी की समस्या दीर्घकालिक है तो इससे निपटने के लिए एक विशेषज्ञ से सहायता लें – रूसी के आपके चेहरे या गर्दन के संपर्क में आने से मुंहासे या फुंसियां आ जाती हैं।
अपनी त्वचा के लिए कवक विरोधी साबुन का इस्तेमाल करें, इस मौसम में आपको कवक संक्रमण का खतरा होता है। तो ध्यान रहे कि आप गीले वस्त्रों में अधिक समय तक न रहें। जब भी आप बारिश में भीग जाते हैं, तो घर आते ही स्वयं को स्वच्छ कर लें। थोड़े उष्म पानी से नहा लें, तथा कवक विरोधी साबुन का प्रयोग करें जिससे आपको कवक संक्रमण होने का खतरा टल सके, उसके पश्चात स्वयं को अच्छी तरह से सुखा लें। गीली त्वचा कवक व जीवाणुओं के पनपने में सहायक होती है जिससे चर्म रोग तथा जलन स्फटिक होते हैं।
सामयिक प्रयोज्यता तभी सहायक होगी जब अपने खान-पान का ध्यान रखें। अधिक चिकनाई वाले, तेल वाले और तले हुए भोजन का परिवर्जन करें क्योंकि इनसे त्वचा में तेल का स्राव अत्यधिक होने लगता है। अपने भोजन में फल व सब्जियों की मात्रा अधिक रखें, और केवल बिना चर्बी का मांस खाएं जिससे चिपचिपी मुंहासेदार त्वचा के बिना ही आपके तन की ऊर्जा उच्च स्तर की बनी रहे।
इस बरसात में स्वस्थ तथा समस्या-रहित त्वचा का स्वागत करें!
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