स्म्रिती मंधाना के जीवन की जानकारी, लम्बाई, वजन, उम्र, शारीरिक माप और तस्वीरें
March 22, 2018 | by ashish963@gmail.com
स्म्रिती मंधाना एक लाजवाब भारतीय महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने पिछले कुछ समय में समाचारों और सोशल मीडिया में काफी लोकप्रियता हासिल की है। स्म्रिती भारतीय महिला क्रिकेट टीम की एक बाएं हाथ की ओपनिंग बल्लेबाज हैं जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी की शैली के दम पर काफी कम समय में शीर्ष लोकप्रियता हासिल कर ली है।
हालांकि अभी भी कई ऐसे भारतीय हैं जिन्हें स्म्रिती मंधाना के बारे में कुछ भी नहीं पता है। इसका मुख्य कारण यह है कि भारत में ज्यादातर दर्शक महिला क्रिकेट के प्रति उतने अधिक उत्साहित नहीं रहते जितना कि वे स्वयं को पुरुष क्रिकेट से जुड़ा हुआ मानते हैं। स्म्रिती मंधाना का जीवन उन समस्त महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है जो कि स्पोर्ट्स में अपना भविष्य बनाने की इच्छुक हैं।
आइये बात करते हैं स्म्रिती के जीवन से जुड़ीं कुछ रोचक तथ्यों एवं उनके क्रिकेट के अब तक के स्वर्णिम सफ़र के बारे में।
जीवनी
पूरा नाम: स्म्रिती श्रीनिवास मंधाना
जन्म: १८ जुलाई १९९६, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत
स्थान: सांगली, महाराष्ट्र, भारत
बल्लेबाजी शैली: बाएं हाथ की बल्लेबाज
गेंदबाजी की शैली: दाएं हाथ की माध्यम गति की गेंदबाज
भूमिका: बल्लेबाज
स्म्रिती मंधाना का बचपन
स्म्रिती का जन्म १८ जुलाई १९९६ के दिन श्री श्रीनिवास और स्मिता की पुत्री के रूप में मुंबई में हुआ। परन्तु जब वे मात्र दो वर्ष की थीं तब उनके माता-पिता उन्हें लेकर सांगली चले गए। स्म्रिती के पिता श्रीनिवास मंधाना एक पूर्व जिला-स्तरीय क्रिकेटर थे जिनका स्वप्न था कि उनके दोनों बच्चे भारतीय क्रिकेट में अपना भविष्य बनाएं। स्म्रिती की माँ ने भी उन्हें अपना पूर्ण सहयोग दिया जिससे कि वह अपने पिता और अपने स्वप्न को साकार कर सकीं। श्रीनिवास के अनुसार स्म्रिती मात्र तीन वर्ष की आयु से क्रिकेट के प्रति आकर्षित थीं और उन्होंने उस अबोध आयु में ही प्लास्टिक के क्रिकेट बैट से खेलना शुरू कर दिया था। तब से लेकर भारतीय क्रिकेट टीम की अग्रणी महिला बल्लेबाज का नामुमकिन सा प्रतीत होने वाला सफ़र केवल स्म्रिती के समर्पण और अथक परिश्रम से ही संभव हो पाया है।
क्रिकेट के लिए स्म्रिती की प्रेरणा
जैसा कि पहले बताया गया है, स्म्रिती के लिए उनकी प्रेरणा हमेशा से ही उनके पिता रहे हैं जिनका स्वप्न था कि उनके दोनों बच्चे भारतीय क्रिकेट में अपना नाम कमायें और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर हों।
स्म्रिती का क्रिकेट के प्रति रुझान अपने भाई श्रवण को देखकर आया जो कि अंडर-१६ ग्रुप में महाराष्ट्र के लिए खेल चुके हैं। स्म्रिती के मन में क्रिकेट में करियर बनाने का इच्छा अपनी माँ को अपने भाई के उपलब्धियों के लिए खुश होते देख कर जागी।
हालांकि उनके भाई ने बाद में क्रिकेट को छोड़ कर दूसरा करियर अपना लिया, परन्तु स्म्रिती के मन में तब तक क्रिकेट के प्रति जुनून पैदा हो चुका था और वे अपने पिता का सपना जी-जान से पूरा करने में जुट गयीं। स्म्रिती के इस फैसले में उनके परिवार ने इनका पूरा सहयोग दिया। स्म्रिती के पिता ने उनके क्रिकेट के अभ्यास का पूरा प्रबंध स्वयं किया, और उनकी माँ ने उनके खान-पान का पूरा ध्यान रखा ताकि वे स्वस्थ रहें और अपने खेल पर पूरी तरह से ध्यान केन्द्रित कर सकें। स्म्रिती के भाई भी अपने व्यस्त बैंकिंग करियर से समय निकाल कर अपनी बहन को प्रोत्साहित करने और उनकी ट्रेनिंग में मदद का कोई भी अवसर नहीं छोड़ते।
स्म्रिती के क्रिकेट का सफ़र
- स्म्रिती ने अपना क्रिकेट का सफ़र ९ वर्ष कि आयु में महाराष्ट्र की अंडर-१६ टीम से शुरू किया था।
- ११ वर्ष की आयु में स्म्रिती का चयन महाराष्ट्र की अंडर-१९ की टीम में हुआ।
- १५ वर्ष की आयु में स्म्रिती ने क्रिकेट जगत से एक वर्ष का अंतराल लिया।
- स्म्रिती का क्रिकेट में अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण १६ वर्ष की आयु में हुआ, और उससे उनके प्रदर्शन को पहचान मिली।
- स्म्रिती ने महाराष्ट्र के लिए गुजरात के विरुद्ध एक-दिवसीय मैच में दोहरा शतक बनाया। और उस मैच में उन्होंने १५० गेंदों पर अविजित २२४ रन बनाए।
- एक वर्ष पश्चात, २०१४ में स्म्रिती ने भारत के लिए टेस्ट मैच में पदार्पण किया जिसमें उन्होंने ५१ गेंदों में २२ रन की पारी खेली।
- वर्ष २०१६ में स्म्रिती ने अपना पहला एक-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय शतक ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध बनाया (१०९ गेंदों पर १०२ रन) और इसके कुछ समय पश्चात् इसी वर्ष में उन्होंने ब्रिसबन हीट से महिलाओं के बिग बैश लीग के लिए एक वर्ष का करार किया। यह करार करने वाली वह दूसरी भारतीय महिला क्रिकेटर बनीं।
- इंग्लैंड के विरुद्ध २०१७ के महिला विश्वकप मैच में स्म्रिती ने ७२ गेंदों पर ९० रन बेहद महत्वपूर्ण की पारी खेली।
- उनके इस प्रदर्शन के बाद समाचारों और सोशल मीडिया में उनकी काफी प्रशंसा हुई।
क्रिकेट जगत में स्म्रिती के आदर्श
पिछले कुछ मैचों में ढेर सारे रन बना कर और अपनी १८ नंबर की जर्सी के कारण कई भारतीय स्म्रिती मंधाना की तुलना विराट कोहली से करते हैं। इसके अलावा स्म्रिती की तुलना वीरेंद्र सहवाग से भी की जाती है क्योंकि उनकी शैली भी सहवाग की तरह ही आक्रामक है। हालांकि वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि स्म्रिती को दूसरी सहवाग की जगह स्म्रिती का ही पहला अवतार रहने दें तो बेहतर होगा। स्म्रिती स्वयं युवराज सिंह को अपना आदर्श मानती हैं और श्रीलंका के खिलाड़ी कुमार संगकारा की बहुत बड़ी प्रशंसक हैं। स्म्रिती के कोच अनंत तम्ब्वेकर का कहना है क्योंकि स्म्रिती खुद एक बायें हाथ की बल्लेबाज है, वे इन दोनों खिलाड़ियों कि शैली को आत्मसात करने की कोशिश करती हैं।
स्म्रिती न केवल अपने बल्लेबाजी के तरीके को लेकर, अपितु अपनी मनमोहक मुस्कान को लेकर भी काफी तारीफें बटोर चुकी हैं। इंग्लैंड और वेस्ट-इंडीज के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन के बाद उन्हें काफी प्रशंसा मिली परन्तु वह उनकी सादगी से परिपूर्ण मुस्कान ही थी जिसने करोड़ों भारतीयों का दिल जीता। कुछ ताजे आंकड़ो और ऑनलाइन सर्वे में यह बात सामने आई है कि स्म्रिती मंधाना ने कई भारतीयों के दिल में दिशा पटानी की जगह हटा कर अपनी जगह बना ली है।
स्म्रिती मंधाना की कुछ बेहद ख़ूबसूरत तस्वीरें
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