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योनिक गंध – यह आपके स्वास्थ्य के बारे मैं क्या कहती है…

February 9, 2017 | by ashish963@gmail.com

आपकी योनि की अपनी एक सुगंध होती है। वास्तव में, माह के समय के अनुसार, शारीरिक क्रिया के अनुसार, आपके खान-पान तथा यौन क्रियाओं के अनुसार यह खुशबू लगातार पनपती है, जो अच्छी बात है। आपको योनि आपके आंतरिक स्वास्थ्य को दर्शाती है और साथ ही इसकी तुलना एक स्वशुद्धिकरण साधन से  की जाती है। योनि से दुर्गन्ध आते ही आप जान जाते हैं कि कुछ तो ठीक नहीं है। आगे के छंदों में योनि के विभिन्न सुगंध व दुर्गंधों का वर्णन है।

मछली जैसी बदबू

यदि आपकी योनि से मछली जैसी गंध आ रही है, तो समझ जाएं कि कुछ तो सही नहीं है। ऐसी बू के बाद अक्सर योनिक स्त्राव में वृद्धि, खुजली की आशंका, सूजन और मूत्रविसर्जन में पीड़ा होना आपको तुरंत सचेत कर देता है। सम्भवतः ये वैजिनोसिस या योनिक संक्रमण के कारण हुआ है। प्रथम रोग एक जीवाणु संबंधी संक्रमण है जो योनि में जीवाणुओं के असंतुलन से होता है। दूसरा रोग एक यौन संचालित संक्रमण है। इन दोनों का इलाज नियत प्रतिजैविक लेने से हो सकता है। साथ ही ऐसे गंध के होते ही आपके चिकित्सक से इसकी उपयुक्त जाँच करवा लें कि यह खमीर संक्रमण तो नहीं।

खमीर या पावरोटी जैसी गंध

सम्भवतः आपको खमीर संक्रमण हो गया है जिसके बाद गाढ़ा पीला, सफ़ेद योनिक स्त्राव और खुजली होना सुनिश्चित है। इससे हलकी सी पावरोटी जैसी बांसी गंध आती है जो इसे अन्य संक्रमणों से अलग बनाती है।

सड़ने की बदबू

अपने चिकित्सक को तुरंत सूचित करें यदि आप सड़ने की बू का अनुभव  करते हैं, मनो आपकी योनि के अंदर कुछ मर गया हो और वहीँ सड़ रहा हो। इसका कारण रुई का फाहा हो सकता है जिसे आप निकालना भूल गए हों अथवा आपके पिछले ऋतुस्राव में इस्तेंमाल की गई कोई वस्तु। आपके स्त्रीरोग विशेषज्ञ से मिलने से बिल्कुल न हिचकिचाएं क्योंकि उनके लिए यह आम बात है।

पसीने या कस्तूरी जैसी गंध

यदि आपको बहुत पसीना आता है, या नियमित व्यायाम से आप पसीने में डूब जाते है, तो हवादार कपडे पहनें और व्यायाम के बाद उन्हें बदल लें। अपने जननांगों को नम व गीला रखने से आप जीवाणु तथा अन्य संक्रमणों को आमंत्रण देते हैं। अतः आपके जननांगों से पसीना आना बुरा नहीं है, पर आप इसका सामना कर सकते हैं। यह शायद आपके लिए चिंता का विषय नहीं है।

धातुमय या धातु जैसी गंध

साधारण तौर पर ऋतुस्राव के बाद बाद आप इसका अनुभव करते हैं। जब एक यौन समागम के बाद शुक्र आपकी योनि से प्रत्यक्ष स्पर्श करता है तो इस खुशबू का आना आम बात है। यह कुछ मीठी व धातुमय गंध होती है जो चिंता का विषय नहीं है। इससे आपको साधारण योनिक गंध के साथ रक्त मिश्रित होने जैसा प्रतीत होता है।

केवल इस बात का ध्यान रखें कि आपकी योनि का व्यवहार इन मामलों में कुछ अलग नहीं है जैसे स्त्राव का रंग या आगमन, खुजली, सूजन आदि। साथ ही ये सुगंध आपके योनिक स्वास्थ्य को दर्शाते हैं क्योंकि ये आपके खान-पान पर भी निर्भर करते हैं।

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